job switch karne ke pahale 5 jaruri baten yaad rakhen: क्या आप नौकरी बदलने का सोच रहे हैं? तो सैलरी, ग्रोथ और स्टेबिलिटी का ध्यान कैसे रखेंगे ? इससे पहले जॉब स्विच करते समय ये 5 गोल्डन रूल्स जरूर फॉलो करें –
Job क्यों बदलना चाहते हैं? पहले खुद से पूछें ये सवाल–
जॉब स्विच करना आजकल नॉर्मल बात हो गई है, लेकिन बिना सोचे-समझे नौकरी बदलना खतरनाक हो सकता है। इसलिए, पहले खुद से ये 3 सवाल पूछें:

1.क्या मैं सिर्फ पैसे के लिए जॉब छोड़ रहा हूँ?
- अगर हाँ, तो क्या नई कंपनी में सैलरी इतनी बढ़ी है कि टेंशन फ्री रह सकें?
2. क्या मेरी करंट जॉब में ग्रोथ नहीं है?
- अगर प्रमोशन या स्किल डेवलपमेंट नहीं हो रहा, तो स्विच करना सही है।
3.क्या मेरा वर्क-लाइफ बैलेंस खराब है?
- अगर ऑफिस में हमेशा स्ट्रेस रहता है, तो बेहतर कंपनी ढूंढें।
ध्यान रखें: बिना वजह जॉब न बदलें। अगर करंट जॉब में सैलरी अच्छी है, लेकिन माहौल खराब है, तो भी स्विच कर सकते हैं।
1. सेल्फ-असेसमेंट: अपना गोल तय करें–

जॉब स्विच करने से पहले अपना मकसद तय करें। क्या आप चाहते हैं:
✔ ज्यादा सैलरी?
✔ बेहतर डिजाइनेशन (जैसे टीम लीड, मैनेजर)?
✔ वर्क फ्रॉम होम या फ्लेक्सिबल टाइमिंग?
उदाहरण:
- अगर आप *सैलरी बढ़ाना चाहते हैं, तो नई कंपनी में *कम से कम 30-40% ज्यादा पैकेज देखें।
- अगर *वर्क-लाइफ बैलेंस चाहिए, तो ऐसी कंपनी चुनें जहाँ *ओवरटाइम कम हो।
2. रिसर्च ज़रूर करें – कंपनी के बारे में सब कुछ जानें

किसी भी कंपनी को जॉइन करने से पहले ये चीजें चेक करें:
A. कंपनी की रेप्युटेशन
- ग्लासडोर (Glassdoor) और अंबिबॉक्स (AmbitionBox) पर रिव्यू पढ़ें।
- पूछें: “क्या यहाँ एम्प्लॉयी लॉन्ग टर्म रुकते हैं?”
- अगर ज्यादातर लोग 1-2 साल में छोड़ देते हैं, तो समझ जाएँ कंपनी में कोई प्रॉब्लम है।
B. कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन
- लिंक्डइन पर देखें – क्या कंपनी लगातार हायर कर रही है?
- न्यूज़ चेक करें – कहीं लेटेस्ट में लेयर ऑफ (छंटनी) तो नहीं चल रही?
C. काम का माहौल
- इंटरव्यू के दौरान पूछें:
- “टीम में कितने लोग हैं?”
- “वीकेंड पर काम करना पड़ता है?”
👉 प्रो टिप: अगर HR या मैनेजर सीधे जवाब नहीं देता, तो समझ लें कि कुछ प्रॉब्लम है।
3. सैलरी और बेनिफिट्स की तुलना करें
A. नेट इन-हैंड सैलरी चेक करें
- CTC (Cost to Company) पर मत जाएँ, इन-हैंड सैलरी देखें।
- टैक्स और डिडक्शन कितना कटेगा?
B. अन्य बेनिफिट्स
✔ प्रॉविडेंट फंड (PF) – क्या कंपनी दे रही है?
✔ हेल्थ इंश्योरेंस – कवरेज कितना है?
✔ बोनस/स्टॉक ऑप्शंस – क्या मिलेंगे?
उदाहरण:
- अगर पुरानी कंपनी में 50,000 इन-हैंड मिलता है और नई कंपनी 60,000 CTC दे रही है, तो कैलकुलेट करें कि नेट कितना मिलेगा।

4. स्टेबिलिटी मायने रखती है–
A. इंडस्ट्री की हालत देखें
- अगर IT सेक्टर में मंदी है, तो जॉब स्विच करना रिस्की हो सकता है।
- नई कंपनी कितने साल से चल रही है? स्टार्टअप्स में जॉब सेक्योरिटी कम होती है।
B. प्रोबेशन पीरियड
- कितने महीने का प्रोबेशन है?
- प्रोबेशन के बाद क्या सैलरी बढ़ेगी?
👉 ध्यान रखें: अगर इकोनॉमी डाउन है, तो नए हायर किए गए लोगों को पहले निकाला जाता है।
5. प्रोफेशनल ग्रोथ पर फोकस करें–
A. स्किल डेवलपमेंट
- क्या नई कंपनी ट्रेनिंग देती है?
- क्या यहाँ नई टेक्नोलॉजी सीखने को मिलेगी?
B. प्रमोशन की संभावना
- कितने साल में अगले लेवल पर जा सकते हैं?
- क्या मैनेजमेंट में अपग्रेड होने का चांस है?
उदाहरण:
- अगर आप सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं और नई कंपनी AI/ML प्रोजेक्ट्स देगी, तो यह बेहतर है।
जॉब स्विच करते समय याद रखें*
✔ अपना गोल क्लियर रखें (सैलरी, ग्रोथ या वर्क-लाइफ बैलेंस)।
✔ कंपनी की अच्छी तरह रिसर्च करें (ग्लासडोर, लिंक्डइन)।
✔ इन-हैंड सैलरी और बेनिफिट्स की तुलना करें।
✔ इंडस्ट्री की स्टेबिलिटी चेक करें (मंदी में जॉब स्विच न करें)।
✔ प्रोफेशनल ग्रोथ पर फोकस करें (नई स्किल्स सीखें)।
अगर ये 5 बातें ध्यान में रखेंगे, तो जॉब स्विच सफल होगा! 🚀 शुभकामनाएँ! 👍
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*FAQs :-
Q1. कितने साल बाद जॉब स्विच करना चाहिए?
2-3 साल एक कंपनी में रुकना अच्छा माना जाता है।
अगर ग्रोथ नहीं मिल रही, तो 1 साल बाद भी स्विच कर सकते हैं।
Q2. क्या जॉब स्विच करते समय नोटिस पीरियड जरूरी है?
हाँ! बिना नोटिस दिए जॉब छोड़ने से बैकग्राउंड वेरिफिकेशन (BGV) में प्रॉब्लम आ सकती है।
Q3. नई कंपनी में जॉइनिंग डेट कैसे तय करें?
पुरानी कंपनी का नोटिस पीरियड पूरा होने के बाद ही जॉइन करें।
1-2 हफ्ते का गैप रखें ताकि ब्रेक ले सकें।
Q4. क्या रिजाइन करते समय सैलरी नेगोशिएट कर सकते हैं?
हाँ! अगर करंट कंपनी *रोकना चाहती है, तो *बेहतर ऑफर माँग सकते हैं।
डिस्क्लेमर :- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी जनरल एडवाइस है। हर इंडस्ट्री और कंपनी के नियम अलग हो सकते हैं। कोई भी फैसला लेने से पहले HR या करियर एक्सपर्ट से सलाह लें।






