IPL 2025 t20 match के 18 वें संस्करण में शुरुआती 5 मैचों में बल्लेबाजों ने रनों की बारिश की, लेकिन पिछले 10 मैचों में गेंदबाजों ने शानदार वापसी कर सबको चौंका दिया। 200+ स्कोर से लेकर ऑलआउट तक, जानिए इस सीजन की रोमांचक कहानी।
IPL 2025 t20 match के 18 वें संस्करण का रोमांचक सफर
दोस्तों, IPL-18 की शुरुआत ऐसी हुई कि लगा था ये सीजन बल्लेबाजों का होगा। पहले 5 मैचों में चौके-छक्कों की बारिश, 200+ स्कोर का ढेर, और रन रेट आसमान छू रहा था। फैंस को लग रहा था कि इस बार रिकॉर्ड्स की बुक में नई कहानियां लिखी जाएंगी। लेकिन जैसे ही सीजन आगे बढ़ा, गेंदबाजों ने ऐसा कमाल दिखाया कि सब हैरान रह गए। पिछले 10 मैचों में रनों की रफ्तार थम गई, टीमें ऑलआउट होने लगीं, और गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को काबू में कर लिया। तो चलिए, इस मजेदार कहानी को शुरू से लेकर अब तक आसान और चटपटे अंदाज में समझते हैं।
IPL 2025 के शुरुआती धमाका: बल्लेबाजों का तांडव
IPL-18 के पहले 5 मैच देखकर तो ऐसा लगा कि बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को मैदान से भगा देने का प्लान बना लिया है। इन 5 मैचों में रन रेट था 10.70, यानी हर ओवर में औसतन 10 से ज्यादा रन बन रहे थे। पिछले सीजन की तुलना में ये 17% ज्यादा था। मतलब, बल्लेबाजों का बल्ला आग उगल रहा था। इन 10 पारियों में 6 बार टीमें 200 का स्कोर पार कर गईं। छक्कों की बात करें तो पहले 5 मैचों में 100 से ज्यादा छक्के लग चुके थे, जो पिछले साल से 37% ज्यादा था। हर मैच में चौके-छक्कों की बरसात हो रही थी और फैंस झूम रहे थे।

हर चौथी गेंद पर बाउंड्री लग रही थी। 183 चौके और 119 छक्के पहले 5 मैचों में ठोक दिए गए। यानी हर 3.89वीं गेंद पर बल्लेबाज गेंद को स्टैंड्स में या मैदान के बाहर भेज रहे थे। गेंदबाज बेचारे सिर्फ सिर पकड़कर देखते रह गए। उस वक्त किसी ने नहीं सोचा था कि ये धूम-धड़ाका ज्यादा दिन नहीं चलेगा।
T20 Match में गेंदबाजों की शानदार वापसी: खेल का पासा पलटा
लेकिन दोस्तों, कहानी में ट्विस्ट तब आया जब अगले 10 मैचों में गेंदबाजों ने अपनी ताकत दिखाई। पहले 5 मैचों का रन रेट 10.70 था, जो पिछले 10 मैचों में घटकर 9 पर आ गया। यानी हर ओवर में 1.70 रन कम बनने लगे। अगर इसे पारी के हिसाब से देखें, तो हर पारी में करीब 34 रन की कटौती हो गई। ये कोई छोटी बात नहीं है!
इसका असर स्कोरकार्ड पर भी साफ दिखा। पहले 5 मैचों की 10 पारियों में 6 बार 200+ स्कोर बना था, लेकिन पिछले 10 मैचों की 20 पारियों में सिर्फ 1 बार ऐसा हुआ। वो भी कोलकाता ने गुरुवार को अपने घरेलू मैदान ईडन गार्डन्स पर 200 का आंकड़ा छुआ। बाकी पारियों में बल्लेबाजों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। गेंदबाजों ने ऐसा कहर बरपाया कि बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए तरसना पड़ रहा था।
IPL 2025 में ऑलआउट का डर: टीमें ढेर होने लगीं
शुरुआती 5 मैचों में एक भी टीम ऑलआउट नहीं हुई थी। गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए मेहनत करनी पड़ रही थी। लेकिन जैसे ही सीजन आगे बढ़ा, गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को मैदान से भगाना शुरू कर दिया। अब तक 3 बार टीमें ऑलआउट हो चुकी हैं। हैदराबाद की टीम तो दो बार 20 ओवर भी पूरे नहीं खेल पाई। पहले दिल्ली के खिलाफ, फिर कोलकाता के खिलाफ वो ढेर हो गई। कोलकाता भी मुंबई के खिलाफ 16.2 ओवर में सिमट गई। ये देखकर फैंस भी हैरान थे कि आखिर ये क्या हो रहा है!
IPL 2025 में गेंदबाजों का रिपोर्ट कार्ड: पहले 5 बनाम पिछले 10
चलिए, अब गेंदबाजों के प्रदर्शन को थोड़ा करीब से देखते हैं। पहले 5 मैचों में गेंदबाजों की हालत पतली थी, लेकिन पिछले 10 मैचों में उन्होंने गजब का कमबैक किया।
IPL 2025 के पहले 5 मैच:
- मेडन ओवर: 0 (एक भी मेडन नहीं!)
- बोलिंग औसत: 33.68 (हर विकेट के लिए 33+ रन खर्च)
- इकोनॉमी रेट: 10.53 (हर ओवर में 10+ रन लुट रहे थे)
- गेंदें प्रति विकेट: 19.1 (हर 19 गेंद पर 1 विकेट)
- 4 या 5 विकेट हॉल: 1
IPL 2025 के पिछले 10 मैच:
- मेडन ओवर: 2 (गेंदबाजों ने रन रोकने शुरू किए)
- बोलिंग औसत: 26.84 (हर विकेट के लिए रन घटे)
- इकोनॉमी रेट: 8.89 (रन की रफ्तार पर ब्रेक)
- गेंदें प्रति विकेट: 18.1 (विकेट जल्दी मिलने लगे)
- 4 या 5 विकेट हॉल: 4 (गेंदबाजों का दबदबा)
देखा आपने? पिछले 10 मैचों में गेंदबाजों ने अपनी इकोनॉमी सुधारी, विकेट जल्दी लिए, और बल्लेबाजों को रन बनाने का मौका ही नहीं दिया। 4 बार किसी गेंदबाज ने 4 या 5 विकेट लिए, जो पहले 5 मैचों में सिर्फ 1 बार हुआ था।
IPL 2025 में 20+ रन वाले ओवर में भारी गिरावट
एक और मजेदार बात! पहले 5 मैचों में 20 ओवर ऐसे थे, जहां बल्लेबाजों ने 20 या उससे ज्यादा रन ठोक दिए। यानी हर मैच में औसतन 4 ओवर ऐसे थे, जहां गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई। लेकिन अगले 10 मैचों में ये आंकड़ा घटकर सिर्फ 4 पर आ गया। मतलब, मैचों की संख्या दोगुनी हुई, लेकिन 20+ रन वाले ओवर 5 गुना कम हो गए। छठे से 11वें मैच तक तो सिर्फ 1 ओवर में 20+ रन बने। ये गेंदबाजों की शानदार वापसी का सबूत है।
बाउंड्री की रफ्तार भी हुई धीमी
शुरुआती 5 मैचों में हर चौथी गेंद (3.89वीं गेंद) पर चौका या छक्का लग रहा था। 183 चौके और 119 छक्के देखकर लग रहा था कि बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को मैदान से बाहर करने की कसम खा ली है। लेकिन पिछले 10 मैचों में ये रफ्तार थम गई। अब हर 5.10वीं गेंद पर बाउंड्री लग रही है। यानी बल्लेबाजों को पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है।
हालांकि, पूरे सीजन को मिलाकर अभी भी हर 4.6 गेंद पर बाउंड्री लग रही है, जो पिछले सीजन (हर 5.22 गेंद) से तेज है। मतलब, गेंदबाजों ने वापसी तो की है, लेकिन बल्लेबाज भी पूरी तरह हारे नहीं हैं।
क्या है इस बदलाव की वजह?
अब सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? पहले 5 मैचों में शायद पिचें बल्लेबाजी के लिए आसान थीं, या गेंदबाजों को सही लय नहीं मिली थी। लेकिन जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ा, गेंदबाजों ने अपनी रणनीति बदली। वो स्लोअर बॉल, यॉर्कर, और वाइड लाइन का इस्तेमाल करने लगे। पिचों में भी शायद थोड़ा बदलाव आया, जिसने गेंदबाजों की मदद की। साथ ही, टीमें अब डिफेंसिव गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं, जिससे रन रेट और बड़े स्कोर पर लगाम लगी।
मजेदार आंकड़े जो आपको चौंका देंगे
- 200+ स्कोर: पहले 5 मैचों में 6 बार, पिछले 10 में सिर्फ 1 बार।
- ऑलआउट: पहले 5 में 0, अब तक 3 बार।
- छक्के: पहले 5 मैचों में 119, पिछले साल से 37% ज्यादा।
- 20+ रन ओवर: पहले 5 में 20 बार, अगले 10 में सिर्फ 4 बार।
- मेडन ओवर: पहले 5 में 0, पिछले 10 में 2।
दोस्तों, IPL-18 अब तक जितना रोमांचक रहा, उतना ही मजेदार आगे भी होने वाला है। पहले बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को रुलाया, लेकिन अब गेंदबाजों ने अपनी ताकत दिखाकर खेल को बराबरी पर ला दिया। 200+ स्कोर कम हो रहे हैं, टीमें ऑलआउट हो रही हैं, और हर मैच में कुछ नया देखने को मिल रहा है।
ये सीजन अब गेंद और बल्ले की जंग का असली मैदान बन गया है। आपकी इस बारे में क्या राय है? क्या गेंदबाज अब पूरे सीजन राज करेंगे, या बल्लेबाज फिर से वापसी करेंगे? हमें जरूर बताएं!
FAQs-
1. IPL-18 में गेंदबाजों की वापसी का कारण क्या है?
गेंदबाजों ने अपनी रणनीति बदली, स्लोअर बॉल और यॉर्कर का इस्तेमाल बढ़ाया, और पिचों ने भी उनकी मदद की।
2. क्या बल्लेबाज अब कमजोर पड़ गए हैं?
नहीं, बल्लेबाज अभी भी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन गेंदबाजों की सटीक लाइन-लेंथ ने उन्हें दबाव में डाला है।
3. इस सीजन में सबसे ज्यादा प्रभावित टीम कौन सी है?
हैदराबाद को दो बार ऑलआउट होना पड़ा, तो वो सबसे ज्यादा प्रभावित दिख रही है।
4. क्या अब कम स्कोर वाले मैच देखने को मिलेंगे?
जरूरी नहीं, लेकिन गेंदबाजों का दबदबा बढ़ने से रोमांच और बढ़ेगा।
Disclaimer:
ये लेख सिर्फ मनोरंजन और जानकारी देने के लिए लिखा गया है। इसमें दिए गए आंकड़े और बातें खेल के आधार पर हैं और किसी भी टीम, खिलाड़ी या व्यक्ति को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं है। इसे खेल भावना के साथ पढ़ें और मजा लें।






