Google DeepMind AI detect cyclones : भाई, कभी सोचा है कि चक्रवात की भविष्यवाणी के लिए तकनीक कितनी आगे बढ़ गई है? गूगल डीपमाइंड ने एक ऐसा एआई मॉडल बनाया है जो 15 दिन पहले ही चक्रवात के बारे में सब कुछ बता सकता है – कहां जाएगा, कितना तेज होगा, कितना बड़ा होगा, और कब बनेगा!
इसके साथ ही उन्हें एक वेबसाइट भी लॉन्च करनी है, जिसका नाम है वेदर लैब। चलो, इसके बारे में थोड़ी सी बात करते हैं और देखते हैं ये क्यों इतना खास है।
चक्रवात की भविष्यवाणी (cyclone prediction) का नया दौर-
चक्रवात, यानी तूफ़ान, एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है जो हर साल ढेर सारी जान और माल का नुक्सान करता है। Google DeepMind का नया AI मॉडल मेरे लिए एक गेम-चेंजर है। ये मॉडल 15 दिन पहले ही चक्रवात के गठन, दिशा, तीव्रता और आकार के बारे में 50 अलग-अलग परिदृश्यों की भविष्यवाणी कर सकता है।
मतलब, अब हमें पहले से ही पता चल सकता है कि तूफान कहां स्ट्राइक करेगा और कितना खतरनाक होगा। इस लोगों को खाली कराने और तयारी करने का ज्यादा समय मिलेगा।

ये मॉडल स्टोकेस्टिक न्यूरल नेटवर्क पर काम करता है, जो एक तरह का एडवांस्ड मशीन लर्निंग है। इसका मतलब यह है कि ये पुराने डेटा का विश्लेषण करके भविष्य के पैटर्न की भविष्यवाणी करता है। इसने पिछले 45 वर्षों के 5,000 चक्रवात घटनाओं के डेटा और दुनिया भर के मौसम अवलोकन का उपयोग किया है। इसकी सटीकता और भी बहुत अच्छी है।
Weather Lab: एक नया प्लेटफार्म-
गूगल डीपमाइंड और गूगल रिसर्च ने मिलके वेदर लैब नाम का एक इंटरैक्टिव वेबसाइट लॉन्च किया है। ये वेबसाइट एक रिसर्च टूल है जहां पर आप एआई-आधारित मौसम मॉडल और पारंपरिक भौतिकी-आधारित मॉडल की भविष्यवाणियों की तुलना कर सकते हैं। इसमे लाइव और ऐतिहासिक चक्रवात की भविष्यवाणियां दिखती हैं, जो शोधकर्ता और मौसम विशेषज्ञ काफी उपयोगी हैं।

वेदर लैब पर आप साइक्लोन होंदे और गारेंस जैसे 2025 के तूफानों की भविष्यवाणियां देख सकते हैं, जो इस मॉडल ने बिल्कुल सही भविष्यवाणी की थी। इसके अलावा, इसने हिंद महासागर के चक्रवात जूड और इवोन के रास्तों को भी 7 दिन पहले ही भविष्यवाणी कर लिया था। ये वेबसाइट साल के ऐतिहासिक डेटा भी उपलब्ध कराती है, जिसके विशेषज्ञ अपने विश्लेषण के लिए उपयोग कर सकते हैं।
लेकिन याद रहे, वेदर लैब अभी एक रिसर्च टूल है, और इसके पूर्वानुमानों को आधिकारिक चेतावनियों के तौर पर नहीं लेना चाहिए। आधिकारिक पूर्वानुमान के लिए अपनी स्थानीय मौसम एजेंसी या राष्ट्रीय मौसम सेवा पर भरोसा करना चाहिए।
क्यों है DeepMind AI मॉडल इतना खास?
अब बात करते हैं कि ये एआई मॉडल इतना स्पेशल क्यों है। पहले के मौसम पूर्वानुमान मॉडल या तो चक्रवात के पथ को सही भविष्यवाणी कर पाते थे या फ़िर तीव्रता को, डोनो एक साथ नहीं। लेकिन गूगल डीपमाइंड का ये नया मॉडल डोनो चीज़ में काफी सटीक है। इस्ने नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) के साथ मिलके परीक्षण किया गया है, और परिणाम काफी प्रभावशाली हैं।
Google DeepMind का AI मॉडल और वेदर लैब एक ऐसा कदम है जो चक्रवात की भविष्यवाणी को नए मुकाम तक ले जाता है। 15 दिन पहले तूफान की खबर देना कोई छोटी बात नहीं है – ये टेक्नोलॉजी लोगों की जिंदगी बच सकती है और बड़े पैमाने पर नुक्सान को काम कर सकती है। अगर तुम भी मौसम विज्ञान या एआई के फैन हो, तो वेदर लैब जरूर जांचो और देखो कैसे ये तकनीक दुनिया को बदल रही है!
अस्वीकरण: क्या ब्लॉग पोस्ट में दी गई जानकारी ऑनलाइन स्रोत और उपलब्ध डेटा आधार पर है। Google DeepMind के AI मॉडल और वेदर लैब की विशेषताएं और भविष्यवाणियां अभी शोध चरण में हैं, और इन्हें आधिकारिक मौसम चेतावनियों के तौर पर नहीं लेना चाहिए।
किसी भी चक्रवात या मौसम संबंधी निर्णय के लिए हमेशा अपनी स्थानीय मौसम एजेंसी या राष्ट्रीय मौसम सेवा से पुष्टि करें। ये सामग्री केवल जानकारी के लिए है और किसी ब्रांड या उत्पाद का प्रचार नहीं करता है।






