HDFC, Yes Bank और Punjab & Sind Bank ने शुरू किया कटौती का दौर, SBI ने भी बंद की खास स्कीम
HDFC, Yes Bank और Punjab & Sind Bank ने FD की ब्याज दरें 0.40% तक घटाईं। SBI ने ‘अमृत कलश’ स्कीम बंद की। जानिए नई दरें और निवेश के लिए क्या करें।
हाय दोस्तों, क्या हाल हैं आपके? आज मैं आपके लिए बैंकिंग की दुनिया से एक बड़ी खबर लेकर आया हूँ। अगर आप भी अपने पैसे को फिक्स्ड डिपॉजिट में लगाते हैं और सोचते हैं कि इससे अच्छा ब्याज मिलेगा, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। दरअसल, अब बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में कटौती शुरू कर दी है।
जी हां, सही सुना आपने! HDFC बैंक, Yes Bank और Punjab & Sind Bank ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट की दरें कम कर दी हैं। साथ ही कुछ बैंकों ने अपनी स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स को भी बंद कर दिया है। तो चलिए, इस खबर को डिटेल में समझते हैं कि क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है और अब आपको क्या करना चाहिए।
ब्याज दरों में कटौती का दौर शुरू
तो बात ये है कि अब बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों को कम करना शुरू कर दिया है। ये सब कुछ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की वजह से हो रहा है। RBI हर कुछ महीनों में अपनी पॉलिसी की समीक्षा करता है, और 7 से 9 अप्रैल को उसकी अगली बैठक होने वाली है। खबरें हैं कि इस बार RBI फिर से रेपो रेट में कटौती कर सकता है।
रेपो रेट वो दर होती है, जिस पर RBI बैंकों को उधार देता है। अभी ये 6.25% है, क्योंकि 7 फरवरी को इसे 0.25% कम किया गया था। जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है, और फिर वो भी अपनी ब्याज दरें घटा देते हैं। इसी वजह से अब फिक्स्ड डिपॉजिट की दरें कम होने लगी हैं।
कौन-कौन से बैंक शामिल हैं?
अब सवाल ये है कि किन-किन बैंकों ने ये कटौती की है? तो चलिए एक-एक करके देखते हैं।
- HDFC बैंक एचडीएफसी बैंक देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है, और इसने भी एफडी की दरें घटाने का फैसला किया है। अगर आपने 35 महीने (यानी करीब 2 साल 11 महीने) की एफडी की थी, तो उसकी ब्याज दर में 0.35% की कटौती हुई है। वहीं, 55 महीने (4 साल 7 महीने) की एफडी पर 0.40% कम कर दिया गया है।
- अब इन दोनों अवधि की एफडी पर आपको 7% ब्याज मिलेगा। सीनियर सिटीजन्स को अभी भी 0.5% एक्स्ट्रा ब्याज मिलता रहेगा, यानी उन्हें 7.5% मिलेगा। लेकिन ये नई दरें सिर्फ 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर लागू हैं। वैसे एचडीएफसी अभी भी 21 महीने तक की एफडी पर सबसे ज्यादा 7.25% ब्याज दे रहा है।
- Yes Bank
Yes Bank ने भी अपनी एफडी की ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की है। पहले जहां आम ग्राहकों को 7 दिन से 10 साल की एफडी पर 3.25% से 8% तक ब्याज मिलता था, अब ये 7.75% तक ही रह गया है। सबसे ज्यादा ब्याज 12 महीने से 24 महीने से कम की एफडी पर मिल रहा है, जो अब 7.75% है। सीनियर सिटीजन्स के लिए नई दरें 3.75% से 8.25% तक हैं। मतलब, पहले की तुलना में अब आपको थोड़ा कम ब्याज मिलेगा। - Punjab & Sind Bank
इस बैंक ने भी अपनी एफडी की दरों में बदलाव किया है। 444 दिन की एफडी पर ब्याज दर 7.30% से घटाकर 7.10% कर दी गई है। 777 दिन की एफडी पर अब 7.25% की जगह 6.50% ब्याज मिलेगा। वहीं, 999 दिन की एफडी की दर 6.65% से कम होकर 6.35% हो गई है। इन नई दरों की आखिरी तारीख 30 जून तक बढ़ा दी गई है, यानी तब तक ये लागू रहेंगी।
स्पेशल FD स्कीम्स भी बंद
सिर्फ ब्याज दरें कम करना ही नहीं, कुछ बैंकों ने अपनी खास एफडी स्कीम्स को भी बंद कर दिया है। जैसे कि:
- SBI की ‘अमृत कलश’ स्कीम
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपनी पॉपुलर ‘अमृत कलश’ स्कीम को बंद कर दिया है। इस स्कीम में 400 दिन की एफडी पर 7.10% ब्याज मिलता था। सीनियर सिटीजन्स को इसमें 7.60% तक ब्याज मिल रहा था। लेकिन अब ये स्कीम खत्म हो गई है, यानी अब आपको इस तरह की हाई-इंटरेस्ट स्कीम का फायदा नहीं मिलेगा। - Punjab & Sind Bank की दो स्कीम्स
इस बैंक ने भी अपनी 333 दिन और 555 दिन की एफडी स्कीम्स को बंद कर दिया है। इनमें क्रमशः 7.72% और 7.45% सालाना ब्याज मिलता था। अब ये ऑप्शन भी खत्म हो गए हैं।
क्यों हो रही है ये कटौती?
अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर बैंकों ने ऐसा क्यों किया? तो इसका जवाब है RBI की पॉलिसी। जब RBI रेपो रेट कम करता है, तो बैंकों के पास सस्ता पैसा आता है। फिर वो अपने लोन की ब्याज दरें कम करते हैं, ताकि लोग ज्यादा कर्ज लें। लेकिन इसके साथ-साथ FD की दरें भी कम करनी पड़ती हैं, क्योंकि बैंकों को अब कम ब्याज पर फंड मिल रहा है। ये एक तरह का बैलेंस होता है। अगर बैंक एफडी पर ज्यादा ब्याज देंगे और लोन सस्ता करेंगे, तो उनका मुनाफा कम हो जाएगा। इसीलिए वो एफडी की दरें घटा रहे हैं।
निवेशकों के लिए क्या मतलब?
अगर आप FD में पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए थोड़ी निराशाजनक हो सकती है। पहले जहां आपको 8% तक ब्याज मिल रहा था, अब वो 7-7.75% पर आ गया है। सीनियर सिटीजन्स को थोड़ा फायदा है, क्योंकि उन्हें अभी भी 0.5% एक्स्ट्रा मिल रहा है। लेकिन कुल मिलाकर, अब एफडी से रिटर्न पहले जितना नहीं रहेगा। खासकर अगर RBI अप्रैल की बैठक में फिर से रेपो रेट घटाता है, तो आने वाले दिनों में और कटौती हो सकती है।
अब क्या करें?
तो सवाल ये है कि अब आपको अपने पैसे का क्या करना चाहिए? चलिए कुछ ऑप्शन्स देखते हैं:

- जल्दी FD कराएं
अगर आप अभी भी एफडी में पैसा लगाना चाहते हैं, तो जल्दी करें। क्योंकि अभी जो दरें हैं, वो आगे और कम हो सकती हैं। खासकर HDFC की 21 महीने वाली 7.25% की एफडी या Yes Bank की 12-24 महीने वाली 7.75% की एफडी अभी भी ठीक हैं। इनमें पैसा लगाकर आप मौजूदा दरों का फायदा ले सकते हैं। - लंबी अवधि की FD चुनें
अगर आपको लगता है कि ब्याज दरें और कम होंगी, तो लंबी अवधि (जैसे 5 साल) की एफडी में पैसा लगा सकते हैं। इससे आप अभी की दरों को लॉक कर लेंगे, और भविष्य में कटौती का असर आप पर नहीं पड़ेगा। - दूसरे ऑप्शन्स देखें
FD के अलावा भी कई निवेश के रास्ते हैं। म्यूचुअल फंड्स, पोस्ट ऑफिस स्कीम्स या सरकारी बॉन्ड्स में भी पैसा लगा सकते हैं। हां, इनमें रिस्क थोड़ा ज्यादा हो सकता है, लेकिन रिटर्न भी एफडी से बेहतर मिल सकता है। अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से बात करें और देखें कि आपके लिए क्या सही है। - लैडरिंग स्ट्रैटेजी
एक स्मार्ट तरीका ये है कि अपने पैसे को अलग-अलग अवधि की एफडी में बांट दें। जैसे, कुछ पैसा 1 साल, कुछ 2 साल और कुछ 3 साल की FD में डालें। इससे आपको हर साल कुछ न कुछ पैसा मिलता रहेगा, और अगर दरें फिर से बढ़ें, तो आप दोबारा निवेश कर सकते हैं।
सीनियर सिटीजन्स के लिए खास बात
अगर आप सीनियर सिटीजन्स हैं, तो आपके लिए अभी भी थोड़ा फायदा है। HDFC, Yes Bank और Punjab & Sind Bank आपको 0.5% एक्स्ट्रा ब्याज दे रहे हैं। यानी जहां आम ग्राहकों को 7% मिल रहा है, वहां आपको 7.5% मिलेगा। तो अगर आप रिटायर्ड हैं और सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो FD अभी भी आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है।

आगे क्या होगा?
अब सबकी नजरें RBI की 7-9 अप्रैल की बैठक पर हैं। अगर रेपो रेट में और कटौती हुई, तो बैंकों की ओर से FD की दरें और कम हो सकती हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2025 में रेपो रेट 100 बेसिस पॉइंट्स (1%) तक कम हो सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो FD की दरें और नीचे जाएंगी। लेकिन अगर इन्फ्लेशन बढ़ा या इकोनॉमी में कुछ उलटफेर हुआ, तो शायद RBI दरें न घटाए। ये सब आने वाला वक्त ही बताएगा।
बैंकों का नजरिया
बैंकों के लिए भी ये आसान नहीं है। पिछले कुछ महीनों से डिपॉजिट मोबिलाइजेशन (यानी लोगों से पैसा जमा करवाना) में दिक्कत हो रही थी। इसीलिए RBI के रेपो रेट कट के बावजूद कई बैंकों ने पहले दरें कम नहीं कीं। लेकिन अब दबाव बढ़ रहा है, और उन्हें दरें घटानी पड़ रही हैं। साथ ही, लोन की डिमांड बढ़ाने के लिए भी बैंकों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ रही है।
FAQs
- FD की ब्याज दरें क्यों कम हो रही हैं?
RBI ने रेपो रेट 6.25% कर दिया है, जिससे बैंकों को सस्ता कर्ज मिल रहा है। इस वजह से वो FD की दरें कम कर रहे हैं, ताकि उनका मुनाफा बना रहे। - किन बैंकों ने FD की दरें घटाई हैं?
HDFC बैंक, Yes Bank और Punjab & Sind Bank ने FD की ब्याज दरों में 0.25% से 0.40% तक की कटौती की है। - SBI की ‘अमृत कलश’ स्कीम क्यों बंद हुई?
ये एक स्पेशल स्कीम थी, जो 31 मार्च 2025 तक वैलिड थी। अब SBI ने इसे खत्म कर दिया है, शायद नई पॉलिसी के तहत। - अब FD में पैसा लगाना सही है या नहीं?
अगर आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो अभी FD ठीक है। लेकिन दरें कम हो रही हैं, तो जल्दी निवेश करें या लंबी अवधि की FD चुनें। - FD के अलावा और क्या ऑप्शन्स हैं?
आप म्यूचुअल फंड्स, पोस्ट ऑफिस स्कीम्स या सरकारी बॉन्ड्स में पैसा लगा सकते हैं। इनमें रिटर्न ज्यादा हो सकता है, लेकिन रिस्क भी है।
तो दोस्तों, ये थी बैंकों की ताजा खबर। FD की ब्याज दरें कम होना थोड़ा टेंशन वाली बात है, लेकिन सही प्लानिंग से आप अपने पैसे का सही इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको क्या लगता है, अब क्या करना चाहिए? कमेंट में बताएं और अपने दोस्तों के साथ ये खबर शेयर करें। मिलते हैं अगली बार, तब तक के लिए बाय-बाय!






