आधार कार्ड (Aadhar Card) भारत में हर नागरिक के लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह न सिर्फ पहचान का प्रमाण है, बल्कि बैंकिंग, सरकारी योजनाओं और अन्य कई सेवाओं के लिए भी जरूरी है। लेकिन, Aadhar Card का डेटा चोरी होने से नागरिकों को भारी नुकसान हो सकता है। साइबर अपराधी आधार डेटा का गलत इस्तेमाल करके आपके बैंक खाते को खाली कर सकते हैं। इसलिए, आधार डेटा की सुरक्षा करना बहुत जरूरी है।
आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आधार डेटा चोरी होता है, इससे कैसे बचा जा सकता है और ऑनलाइन शॉपिंग में फर्जी वेबसाइट्स की पहचान कैसे करें।
Aadhar Card Se Jude Scam Kaise Hote Hain?
आधार कार्ड से जुड़े स्कैम कई तरह के होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य तरीके निम्नलिखित हैं:
1. एईपीएस (AePS) सिस्टम के जरिए स्कैम(AePS System Ke Jariye Scam)-
- क्या है AePS?
AePS (Aadhar Enabled Payment System) एक ऐसी सुविधा है, जिसके जरिए बिना एटीएम कार्ड या चेकबुक के पैसे निकाले जा सकते हैं। इसके लिए सिर्फ आधार नंबर और बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन) की जरूरत होती है।
- कैसे होता है स्कैम?
अगर किसी के पास आपका आधार नंबर और बायोमेट्रिक डेटा है, तो वह AePS के जरिए आपके बैंक खाते से पैसे निकाल सकता है। यह डेटा चोरी करने के लिए साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट्स, मैसेज या कॉल का इस्तेमाल करते हैं।

2. फर्जी वेबसाइट्स और ऐप्स के जरिए स्कैम-
- कैसे होता है स्कैम?
साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट्स और ऐप्स बनाते हैं, जो असली लगते हैं। ये वेबसाइट्स और ऐप्स आपसे आधार नंबर, बायोमेट्रिक डेटा और अन्य जरूरी जानकारी मांगते हैं। एक बार जब आप यह जानकारी शेयर कर देते हैं, तो वे इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।

आधार डेटा की सुरक्षा के लिए क्या करें?
आधार डेटा की सुरक्षा के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
1.एईपीएस सुविधा बंद करें-
- अगर आप एटीएम या यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं, तो AePS सुविधा बंद कर दें।
- इसके लिए आप अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं और AePS सुविधा को डिसेबल करवा सकते हैं।
2. बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करें–
- mAadhaar ऐप का इस्तेमाल करें:
- mAadhaar ऐप के जरिए आप अपने बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) को लॉक और अनलॉक कर सकते हैं।
कैसे करें लॉक?
- mAadhaar ऐप में लॉगिन करें।
- “Lock/Unlock Biometrics” विकल्प पर क्लिक करें।
- बायोमेट्रिक डेटा को लॉक कर दें।
कब करें अनलॉक?
जब भी आपको बायोमेट्रिक डेटा की जरूरत हो, तभी इसे अनलॉक करें।
3. आधार ओटीपी (OTP) की सुरक्षा–
- कभी भी अपना आधार ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें।
- अगर कोई आपसे ओटीपी मांगता है, तो उस पर भरोसा न करें।
ऑनलाइन शॉपिंग में फर्जी वेबसाइट्स की पहचान कैसे करें?
ऑनलाइन शॉपिंग करते समय फर्जी वेबसाइट्स से सावधान रहना बहुत जरूरी है। ये वेबसाइट्स आपको लुभाने के लिए बेहद आकर्षक ऑफर्स देती हैं, लेकिन असल में ये स्कैम होती हैं।
- फेक वेबसाइट्स के लक्षण
असली वेबसाइट्स की नकल:
फर्जी वेबसाइट्स अक्सर अमेजॉन, फ्लिपकार्ट जैसी लोकप्रिय वेबसाइट्स की नकल करती हैं। इनका डोमेन नाम और डिजाइन असली वेबसाइट्स जैसा होता है।
बेहद सस्ते ऑफर्स:
ये वेबसाइट्स उत्पादों को बेहद सस्ते दामों पर बेचने का दावा करती हैं। उदाहरण के लिए, 20,000 रुपए के प्रोडक्ट को 15,000 रुपए में बेचा जाता है।
डिलीवरी में देरी:-
कुछ फर्जी वेबसाइट्स खरीदारों को बताती हैं कि प्रोडक्ट 30 दिनों बाद डिलीवर होगा। इस दौरान वे रोजाना निवेश के रूप में पैसे वापस करने का वादा करते हैं, लेकिन अंत में न तो प्रोडक्ट मिलता है, न पैसा।
2. फर्जी वेबसाइट्स की पहचान के तरीके
- डोमेन नाम जांचें:
फर्जी वेबसाइट्स का डोमेन नाम असली वेबसाइट्स से थोड़ा अलग होता है। हमेशा स्पेलिंग चेक करें।
- Who.is टूल का उपयोग करें:
Who.is एक फ्री टूल है, जो किसी वेबसाइट की पूरी जानकारी देता है। इसके जरिए आप वेबसाइट की सच्चाई जान सकते हैं।
- कैश ऑन डिलीवरी विकल्प:*
अगर कोई वेबसाइट कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प देती है, तो यह अधिक भरोसेमंद हो सकती है। लेकिन, खरीदारी करने से पहले और जांच जरूर करें।
साइबर सुरक्षा के लिए सामान्य सुझाव-
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें:
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें। यह साइबर अपराधियों का सबसे आम तरीका है।
- ओटीपी शेयर न करें:
कभी भी अपना ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें। यह आपके खाते को सुरक्षित रखने के लिए बहुत जरूरी है।
- नियमित अपडेट:
अपने डिवाइस और ऐप्स को नियमित रूप से अपडेट करें। यह साइबर हमलों से बचाने में मदद करता है।
आधार कार्ड हमारी पहचान और वित्तीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए, आधार डेटा की सुरक्षा करना बहुत जरूरी है। एईपीएस सुविधा को बंद करें, बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करें और ऑनलाइन शॉपिंग मे!






